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हिमाचल में भारी बारिश और बर्फबारी हिमाचल में भारी बारिश और बर्फबारी

The Global Highlight: हिमाचल में भारी बारिश और बर्फबारी से अलर्ट, सीएम ने लोगों से क्यों की सतर्क रहने की अपील?

मुख्य हाईलाइट्स:

  1. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी क्यों बनी मुसीबत?
  2. किन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है?
  3. कौन-कौन सी सड़कें बंद, यातायात पर क्या पड़ा असर?
  4. नदी-नालों के किनारे रहने वालों के लिए क्यों जारी की गई चेतावनी?
  5. क्या हिमस्खलन और भूस्खलन का भी है खतरा?
  6. मौसम विभाग का क्या कहना है, कब तक जारी रहेगा खराब मौसम?
  7. प्रशासन और सरकार ने लोगों के लिए क्या दिशा-निर्देश जारी किए?
  8. जनता को किन सावधानियों का पालन करने की जरूरत?

भारी बारिश और बर्फबारी से बिगड़े हालात

  • हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।  

  • मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे नदियों और नालों के पास न जाएं और सावधानी बरतें। प्रदेश के कई जिलों में जलभराव और भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे कई रास्ते बंद हो गए हैं।

किन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी?

  • मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, कुल्लू, चंबा, मंडी और शिमला जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।  

  • लाहौल-स्पीति और किन्नौर जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में हिमस्खलन की संभावना भी जताई गई है।  

  • इस अलर्ट के तहत लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।

सड़कें हुई बंद, यातायात प्रभावित

  • लगातार बारिश और बर्फबारी के कारण लगभग 200 से अधिक सड़कें बंद हो चुकी हैं। 

  • शिमला-किन्नौर राजमार्ग समेत कई मुख्य मार्गों पर भूस्खलन हुआ है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है।  

  • प्रशासन ने रास्तों को जल्द से जल्द साफ करने के लिए टीमें तैनात की हैं।


नदी-नालों के पास न जाने की चेतावनी क्यों?

  • पंडोह बांध और अन्य जलाशयों में जलस्तर बढ़ने के कारण इनके गेट खोले गए हैं, जिससे ब्यास और सतलुज नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।  

  • प्रशासन ने लोगों से नदियों के किनारे न जाने और जल प्रवाह वाले क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है।

हिमस्खलन और भूस्खलन का खतरा

  • मौसम विभाग के अनुसार, किन्नौर, लाहौल-स्पीति और चंबा के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमस्खलन की संभावना है।  

  • बारिश के कारण चट्टानों के खिसकने और भूस्खलन की घटनाएं भी हो रही हैं, जिससे सड़कों पर भारी मलबा जमा हो गया है।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान

  • मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 48 घंटों तक भारी बारिश और बर्फबारी का सिलसिला जारी रहेगा।  

  • शिमला और मनाली में तापमान गिरने की संभावना है, जिससे ठंड और अधिक बढ़ सकती है।


सरकार और प्रशासन की तैयारी

  • आपदा प्रबंधन टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
  • राहत शिविरों में भोजन और दवाइयों की व्यवस्था की जा रही है।
  • पर्यटकों को ऊंचे इलाकों की यात्रा न करने की सलाह दी गई है।
  • स्थानीय लोगों से आवश्यक वस्तुओं का स्टॉक रखने की अपील की गई है।

जनता के लिए जरूरी सावधानियां

  • नदी और नालों के पास जाने से बचें।
  • अनावश्यक यात्रा करने से बचें, खासकर पहाड़ी और भूस्खलन वाले इलाकों में।
  • मौसम अपडेट के लिए प्रशासन की सलाह का पालन करें।
  • बिजली गिरने और पेड़ों के गिरने की संभावना को ध्यान में रखते हुए सतर्क रहें।
  • सुरक्षित स्थानों पर रहें और जरूरत पड़ने पर प्रशासन से संपर्क करें।

अपनी राय कमेंट में लिखें!

  1. ❓ क्या हिमाचल सरकार को इस संकट से निपटने के लिए और सख्त कदम उठाने चाहिए? 
  2. ❓ इस खराब मौसम से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारियों पर आपकी क्या राय है? 
  3. ❓ क्या हिमाचल प्रदेश में आपदा प्रबंधन को और मजबूत करने की जरूरत है?


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